योगेश त्रिपाठी को हमीदिया अस्पताल ने मनोरोगी मानते हुए ग्वालियर के मनोरोग अस्पताल रैफर किया


भोपाल गुरूवार 6 फरवरी 2020 . राजभोज एयरपोर्ट पर उत्पात मचाने वाले योगेश त्रिपाठी को हमीदिया अस्पताल ने मनोरोगी मानते हुए ग्वालियर के मनोरोग अस्पताल रैफर कर दिया है। पुलिस की एक टीम उसे लेकर ग्वालियर रवाना हो गई है। चार दिन पहले एयरपोर्ट से गिरफ्तार योगेश मंगलवार दोपहर हमीदिया अस्पताल के मनोरोग विभाग में उग्र हो गया था। उसे शांत करने के लिए नींद का हाई डोज का इंजेक्शन दिया गया था। बुधवार को योगेश की मां और बहन अस्पताल में उसके पास ही रहे। नींद खुलने पर उसका व्यवहार कुछ सामान्य हुआ था।



1100 क्वार्टर निवासी योगेश रविवार शाम को स्टेट हैंगर से राजाभोज एयरपोर्ट में घुस गया था। जहां उसने एक हेलिकॉप्टर को नुकसान पहुंचा और भोपाल-उदयपुर जा रही स्पाइस जेट की फ्लाइट के सामने आ गया था। चार दिन में भोपाल पुलिस यह खुलासा नहीं कर सकी है कि आखिर योगेश एयरपोर्ट में घुसा क्यों था। पुलिस पहले ही दिन से उसे सिरफिरा मानकर जांच कर रही है। हमीदिया अस्पताल के मनो रोग विभाग ने अपनी रिपोर्ट में योगेश की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की बात की है। डाॅक्टरों ने कहा था कि योगेश मानसिक रोगी होने की दिशा में बढ़ रहा है। उसके मनो रोग अस्पताल ग्वालियर भर्ती करना उचित होगा। इसके बाद उसे ग्वालियर भेजा गया। 


मां और पिता के मोबाइल में हिडन करके रखे फोटो
पुलिस जांच में सामने आया कि योगेश अपना मोबाइल फोन घर पर ही छोड़कर आया था। वह अपने मोबाइल में फोटो और वीडियो नहीं रखता था। पुलिस ने जब उसके माता-पिता के मोबाइल की जांच की तो उसमें फोटो और वीडियो की कई हिडन फाइल मिली हैं। ये फाइन उसकी गर्लफ्रेंड के बर्थडे पार्टी की हैं। जिसमें केक काटते हुए फोटो-वाडियो हैं। इसके अलावा भी कई अन्य फोटो और वीडियो हैं। पुलिस के सामने बड़ा सवाल है कि योगेश ने यह फाइल माता-पिता के मोबाइल में क्यों रखी थीं। जांच में सामने आया है कि योगेश का परिवार धार्मिक प्रवृत्ति का है। योगेश खुद मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिर जाता था।


पुलिस अफसर बोले - खुद की इनकम, लेकिन परिवार को नहीं पता
पुलिस अफसरों का कहना है कि पिता ने योगेश को फीस के लिए 1500 रुपए दिए थे। पुलिस ने जब उसे पकड़ा तो उसके पास एक हजार रुपए थे। उसने एक सेकंड हैंड बाइक भी खरीदी थी। इसके लिए माता-पिता ने उसे रुपए नहीं दिए थे। बाइक के लिए रुपए कहां से आए पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। जांच में यह भी सामने आया है कि योगेश की किसी न किसी स्त्रोत से इनकम थी, लेकिन वह क्या काम करता था इसका फिलहाल खुलासा नहीं हो सका है।