भोपाल शुक्रवार 7 फरवरी 2020. राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता के थप्पड़कांड पर प्रदेश के सामान्य प्रशासन मंत्री गोविंद सिंह ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि कलेक्टर जैसे जिम्मेदारी भरे पद पर बैठे अधिकारी को थप्पड़ मारने जैसा कृत्य नहीं करना चाहिए। मंत्री ने कहा कि कलेक्टर पूरे जिले का दंडाधिकारी होता है और उसके आदेश पर कार्रवाई होती है। अगर कोई हिंसा करता है तो कलेक्टर के पास लाठीचार्ज, यहां तक कि गोली चलाने का भी अधिकार है। ऐसे में खुद कलेक्टर को थप्पड़ नहीं मारना चाहिए था। हालांकि बाद में उन्होंने इसे अपना व्यक्तिगत विचार बताया।
गोविंद सिंह ने कहा कि मैं किसी को भी अवैधानिक कार्य करने पर तारीफ नहीं करूंगा। राजगढ़ में भाजपा कार्यकर्ताओं के सीएए के समर्थन में रैली निकालने पर कलेक्टर निधि निवेदिता ने कार्यकर्ताओं को थप्पड़ मारा था। इस मामले ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों बटोरी थीं। वहीं पुलिस की जांच रिपोर्ट में कलेक्टर द्वारा थप्पड़ मारने का दोषी माना गया है।
कलेक्टर पर कार्रवाई को लेकर सरकार की चुप्पी
एसडीओपी की जांच रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई कि भाजपा कार्यकर्ता नरेश शर्मा को कलेक्टर ने थप्पड़ मारा था। जांच रिपोर्ट आने के बाद डीजीपी वीके सिंह ने आगे की कार्रवाई के लिए गृह विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखा है। हालांकि, गृहमंत्री बाला बच्चन इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने बुधवार को सुबह डीजीपी से जांच रिपोर्ट मिलने की बात स्वीकार की थी, लेकिन शाम तक गृहमंत्री इस मामले में कुछ बोलने से इनकार करने लगे।