दिल्ली मंगलवार 18 फरवरी 2020। . संशोधित नागरिकता कानून(सीएए) के विरोध में न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी में पिछले साल 15 दिसंबर को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने साकेत कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। दिल्ली पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र शरजील इमाम के अलावा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को हिंसा भड़काने का आरोप बनाया है।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 307(हत्या की कोशिश), धारा 147(दंगा भड़काना), धारा 186 (सरकारी कर्मचारियों को काम करने से रोकना), 353 (मारपीट) और धारा 427 के तहत आरोप तय किए हैं। कोर्ट को सौंपी चार्जशीट में हिंसा के दिन के सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल और 100 से ज्यादा गवाहों के बयान हैं। चार्जशीट के मुताबिक, हिंसा के दौरान 3.2 मिमी कैलिबर की पिस्टल की गोली का खाली काट्रिज भी मिला है।
अब तक जामिया हिंसा मामले में 17 की गिरफ्तारी
अब तक इस मामले में 17 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इसमें से 9 न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी और 8 जामिया नगर के हैं। हालांकि, चार्जशीट में जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के किसी छात्र का नाम नहीं है। शरजील को पिछले महीने 28 जनवरी को राष्ट्रद्रोह के मामले में बिहार से गिरफ्तार किया गया था। उस पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भड़काऊ भाषण देने के मामले में दिल्ली, असम, बिहार, अरुणाचल प्रदेश समेत कई और राज्यों में मामला दर्ज है। इस बीच, सोमवार को दिल्ली की अदालत ने न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी हिंसा मामले में जेएनयू के इस छात्र को एक दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा था। मंगलवार को कोर्ट ने उसकी हिरासत की अवधि 3 मार्च तक बढ़ा दी।
हिंसा के बाद पुलिस जामिया में घुसी थी, झड़प में 60 छात्र और पुलिसकर्मी घायल हुए थे
15 दिसंबर को जामिया के करीब न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा था। उपद्रवियों ने 4 सरकारी बसों और पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। शाम के वक्त पुलिस जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के कैम्पस में दाखिल हुई और लाठीचार्ज किया। पुलिस का कहना था कि कुछ उपद्रवी कैम्पस में दाखिल हो गए थे, जिनके पीछे पुलिस गई। झड़प और लाठीचार्ज में करीब 60 छात्र, पुलिसवाले और दमकलकर्मी घायल हुए थे।