ब्रिटेन में मुझसे एक कार्यकर्ता ने कहा था नेशनलिज्म शब्द का उपयोग मत कीजिएगा, इसका मतलब है हिटलर, नाजीवाद: भागवत


रांची (झारखंड) गुरूवार 20 फरवरी 2020. संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को रांची में संघ समागम में स्वयंसेवकों को संबोधित किया। इस दौरान भागवत ने कहा, 'नेशनलिज्म शब्द का आज दुनिया में अच्छा अर्थ नहीं है।' भागवत ने इस दौरान ब्रिटेन में संघ कार्यकर्ता के साथ हुई बातचीत का किस्सा भी सुनाया। उन्होंने कहा, 'कुछ साल पहले संघ के कार्यक्रम में ब्रिटेन जाना हुआ। वहां 40-50 बुद्धिजीवियों से संघ के बारे में चर्चा होनी थी। वहां एक कार्यकर्ता ने कहा कि शब्दों के अर्थों के बारे में सावधान रहिएगा, अंग्रेजी आपकी भाषा नहीं है। यहां बातचीत में शब्दों के अर्थ भिन्न हो जाते हैं। इसलिए नेशनलिज्म शब्द का उपयोग मत कीजिए। नेशनल कहेंगे चलेगा, नेशनल कहेंगे चलेगा, नेशनलिटी कहेंगे चलेगा, नेशनलिज्म मत कहो। नेशनलिज्म का मतलब होता है हिटलर... नाजीवाद और फांसीवाद।'


इमरान खान जैसा कहते हैं, वैसा नहीं है: भागवत


भागवत ने कहा, 'हिंदू समाज को संगठित करने के अलावा संघ का कोई और काम नहीं है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि संघ सभी मामलों में हस्तक्षेप करता है। ऐसा लोग कहते हैं, इमरान खान (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री) भी कहते हैं।' दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने, सीएए लागू करने के दौरान इमरान खान ने  ट्वीट कर इसका विरोध किया था और इसे भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मोदी सरकार और संघ की साजिश बताया था।


इमरान खान का 14 अगस्त को किया गया ट्वीट-
महाशक्ति देश दुनिया के साधनों का उपयोग करते हैं'


भागवत ने कहा, 'भारत जब-जब बड़ा बना है उसने दुनिया का हित ही किया है। आज दुनिया को हमारी जरूरत है। दुनिया में कई देश बड़े बने और उनका पतन हो गया। आज भी बड़े देश हैं, जिन्हें महाशक्ति कहा जाता है। ये देश महाशक्ति बनकर दुनिया के साधनों का स्वंय के लिए उपयोग करते हैं।'


भागवत चार दिन रांची में रहेंगे


संघ प्रमुख के संबोधन से पहले स्वयंसेवकों ने योग, व्यायाम, दण्ड प्रहार, सूर्य नमस्कार किया। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, रांची के सांसद संजय सेठ और भाजपा के कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए। वे यहां 23 फरवरी तक रहेंगे।