नई दिल्ली मंगलवार 25 फरवरी 2020 उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर इलाके में पिछले तीन दिन हुई हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा के लिए उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल और पुलिस के आला अधिकारी शामिल हुए। केजरीवाल ने बताया कि गृह मंत्री ने हालात सामन्य करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का आश्वासन दिया है। सभी दलों को राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के मुद्दे पर जाफराबाद और मौजपुर इलाके में रविवार से शुरू हुई हिंसक झड़पें मंगलवार को भी जारी रहीं। इनमें अब तक हेड कॉन्स्टेबल समेत 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 108 लोग जख्मी है। उधर, हिंसक घटनाओं को लेकर एक एनजीओ ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर भड़काऊ बयान देने वाले नेताओं पर कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने समय रहते कार्रवाई नहीं की, ऑर्डर का इंतजार करते रहे: केजरी
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हिंसक घटनाओं पर चर्चा के लिए मंगलवार को सभी 70 विधायकों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिसबल की कमी है। विधायकों ने उन्हें बताया कि पुलिस ने वक्त पर कार्रवाई नहीं की, वे आला अधिकारियों के निर्देशों का इंतजार करते रहे। कई लोग दिल्ली में दूसरे राज्यों से आए थे। हिंसा में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए दिल्ली के बॉर्डर को सील करने की जरूरत है। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।
अपडेट्स
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंसा को लेकर मंत्रालय के अफसरों के साथ देर रात तक आपात बैठक की।
- ब्रह्मपुरी इलाके में मंगलवार को पथराव के बाद आरएएफ के जवानों ने फ्लैग मार्च किया।
- हिंसा प्रभावित उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मंगलवार को सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे। बोर्ड और अन्य परीक्षाएं स्थगित की गईं।
- डीएमआरसी ने आज 5 मेट्रो स्टेशन: जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकलपुरी, जौहरी एन्क्लेव और शिव विहार बंद किए।
- कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हिंसा प्रभावित इलाकों में अर्धसैनिक बलों की 35 कंपनियां तैनात की गई हैं। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सभी 10 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू है।
तीसरे दिन भी हिंसा की घटनाएं, अब तक 7 की मौत
उपद्रवियों ने लगातार तीसरे दिन मंगलवार सुबह मौजपुर मेट्रो स्टेशन के पास और ब्रह्मपुरी इलाके में फिर से पत्थरबाजी की, एक फायर ब्रिगेड को आग के हवाले कर दिया। इससे पहले रात 3 बजे तक उत्तर-पूर्वी दिल्ली में आग लगने की 45 कॉल आईं। इससे पहले सोमवार को जाफराबाद और मौजपुर इलाके में सीएए विरोधी और समर्थक गुट आमने-सामने आ गए थे। यहां कबीर नगर और कर्दमपुरी की तरफ से पथराव होने लगा। हजारों की भीड़ को संभालना पुलिस के लिए चुनौती बन गया, सैकड़ों की संख्या में आंसू गैस के गोले दागे। हिंसा में हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल समेत 7 लोगों की मौत हो गई। शहादरा के डीसीपी अमित शर्मा, एसीपी अनुज कुमार और दमकल कर्मियों समेत 40 जवान जख्मी हैं। 70 लोग घायल हुए। पुलिस ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन कई इलाकों में तनाव है।
हिंसा को लेकर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाने की तैयारी
ट्रम्प की यात्रा के दौरान दिल्ली में भड़की हिंसा से कांग्रेस चिंतित है। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी सोमवार रात ही बयान जारी कर लोगों से शांति बनाने की अपील कर चुकी हैं। कानून-व्यवस्था पर चर्चा के लिए आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुला सकती है। साथ ही ट्रम्प की विदाई बाद कांग्रेस नेता बुधवार को राजघाट या संसद भवन स्थित गांधी प्रतिमा के सामने सांकेतिक उपवास कर शांति बहाली की अपील कर सकते हैं। दिल्ली के घटनाक्रम को लेकर सोनिया खुद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत सभी वरिष्ठ नेताओं से संपर्क में हैं।