भोपाल मंगलवार 18 फरवरी 2020. मध्यप्रदेश में 5 मार्च से राज्यसभा की खाली हो रही तीन सीटों के नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो रही है, जिनमें से 2 सीटें कांग्रेस के खाते में आना है। आने वाले हफ्ते में राज्यसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है। ऐसे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को मध्यप्रदेश से राज्यसभा में भेजे जाने की राज्य सरकार के करीब एक दर्जन मंत्रियों ने मांग उठाई है।
मध्यप्रदेश से उच्च सदन में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा में भेजे जाने की पहले से ही चर्चा है। नेताओं की मांग के अनुसार प्रियंका गांधी को मप्र से राज्यसभा में भेजा जाता है तो एक सीट पर दिग्विजय या सिंधिया में से एक को प्रदेश से बाहर राज्यसभा में लाना होगा।
सोमवार को उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी और नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्द्धन और गृह मंत्री बालाबच्चन समेत राज्य सरकार के अन्य मंत्रियों मध्यप्रदेश से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को मध्यप्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने की बात कही है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रियंका गांधी को मप्र से राज्यसभा में भेजे जाने की वकालत की है।
मंत्रियों ने कहा- यह खुशी की बात
सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि राज्यसभा में किसे भेजा जाए यह फैसला पार्टी आलाकमान को करना है। उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि यह बड़े फैसले हैं जिन पर फैसला शीर्ष नेतृत्व लेता है। नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि प्रियंका गांधी को मप्र से राज्यसभा में भेजा जाए यह बड़ी खुशी की बात होगी। प्रियंका गांधी आगे बढ़ेंगी, इसका फायदा पूरी कांग्रेस पार्टी को मिलेगा।
गांधी परिवार का मध्य प्रदेश से लगाव रहा है
गृहमंत्री बालाबच्चन ने कहा कि मप्र अनुसूचित जाति और अनुसचित जनजाति बहुल प्रदेश है और गांधी परिवार का विशेषतौर पर इन वर्गों से लगाव रहा है, इसलिए प्रियंका गांधी को मध्यप्रदेश से राज्यसभा में भेजा जाता है तो यह प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि होगी और पार्टी मजबूत होगी। सामान्य प्रशासन मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि प्रियंका गांधी को राज्यसभा में भेजा जाना स्वागत योग्य होगा।