1800 करोड़ का लोन नहीं चुकाने वाले भाटिया ग्रुप की 29 प्रॉपर्टी एसबीआई ने कब्जे में लीं; 70 प्रॉपर्टी कुर्क होंगी


भोपाल मंगलवार 4 फरवरी 2020. . बकाया लोन नहीं चुकाने पर एसबीआई (मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़) भोपाल की टीम ने संपत्ति कब्जे में लेने की मप्र में सबसे बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने साेमवार काे 1800 करोड़ रुपए का लोन नहीं चुकाने वाले भाटिया कोल समूह की इंदौर स्थित 29 संपत्तियों पर नोटिस चस्पा कर दिए। अब ग्रुप की कुल 70 संपत्तियाें पर कुर्की की कार्रवाई हाेगी। यह ग्रुप उस वक्त चर्चा में आया था, जब इसने काेयला घाेटाले के वक्त नेशनल एल्युमिनियम कंपनी (नालको) के सीएमडी काे रिश्वत में साेने की ईंटें दी थीं। इसके बाद समूह पर सीबीआई और आयकर विभाग ने छापे मारे थे। 


एसबीआई की तनावग्रस्त आस्ति प्रबंधन शाखा (एसएएम) के एजीएम यूएस पांडे की टीम ने सिक्योरिटी इंटरेस्ट एक्ट 2002 की धारा 13 उपधारा 4 और 13 की उपधारा 9 के तहत लोन नहीं चुकाने पर प्रापर्टी कुर्क की है। भाटिया समूह का कारोबार सिंगापुर, इंडोनेशिया और साउथ अफ्रीका तक फैला हुआ है। समूह के गुरविंद सिंह भाटिया, सुरिंदर सिंह भाटिया, कुलवंत सिंह भाटिया, इंद्रजीत कौर भाटिया, अमनदीप सिंह भाटिया की करोड़ों की संपत्ति को कुर्क किया गया है। बैंक ने इंदौर के नवरत्न बाग, पिपल्याराव, सिद्धार्थ नगर, मंगल नगर के पॉश इलाकों में यह कार्रवाई की।


 
नोटिस के बाद भी नहीं चुकाया लोन


 भाटिया कोक एण्ड एनर्जी लिमिटेड और उसके गारंटर को एसबीआई ने 12 जून 2018 को लोन की राशि वापस करने के लिए 21 करोड़ 30 लाख 75 हजार 373 रुपए की डिमांड भेजी थी। इसी फर्म को बैंक ने 30 अप्रैल 2018 को 99 करोड़ 99 लाख 84 हजार 481 रुपए का डिमांड नोटिस भेजा था।
 भाटिया कोल वॉश रीस लिमिटेड और उसके गारंटर को 7 अगस्त 2018 को 21 करोड़ 81 लाख 99 हजार 350 रुपए का मांग पत्र भेजा गया था।
 भाटिया ग्लोबल ट्रेडिंग और गारंटर को 11 जनवरी 2019 को लोन राशि वापस करने के लिए ग्यारह सौ बीस करोड़ 64 लाख 59 हजार 427 रुपए का डिमांड नोटिस भेजा था।
  एशियन नेचुरल रिसोर्सेज लिमिटेड कंपनी को 31 जनवरी 2019 को 534 करोड़ 67 लाख 9 हजार 669 रुपए का लोन वापसी का मांग पत्र भेजा था।
तब पकड़ी थी 70 कराेड़ की टैक्स चाेरी
घटिया कोयला सप्लाई के मामले में सीबीआई ने वर्ष 2014 में समूह पर छापा मारा था। आयकर विभाग ने 70 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी पकड़ी थी। समूह पर एनटीपीसी और एनएसपीसीएल के अफसरों के साथ मिलकर आपराधिक षड्यंत्र रचने का आराेप लग चुका है। दोनों कंपनियों के लिए इंडोनेशिया का घटिया श्रेणी का नॉन कुकिंग कोयला खरीदा गया था। इससे केंद्र सरकार को 116 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। सिंगापुर स्थित भाटिया ग्रुप की कंपनी ने ही इसकी आपूर्ति की थी।