भोपाल मंगलवार 21 जनवरी 2020। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के चार दिन के दौरे के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस में राजनीतिक हलचल बढ़ी है। उनके इस दौरे में मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेताओं तथा खुद सिंधिया ने गुटीय समीकरणों को भ्रामक प्रचार साबित करने का प्रयास किया। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भोपाल प्रवास पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी उनके साथ सक्रिय दिखाई दिए। वहीं, सिंधिया ने न केवल अपने समर्थक दो मंत्रियों सहित अन्य नेताओं को समय दिया, बल्कि उन्होंने कमलनाथ सर्मथक मंत्री सुखदेव पांसे व पचौरी समर्थक मानी जाने वाली मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ के निवास पर पहुंचकर प्रदेश कांग्रेस के दूसरे खेमों में भी अपनी मौजूदगी दर्शाने की कोशिश की।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अध्यक्ष और राज्यसभा की अप्रैल में रिक्त हो रही सीटों को लेकर पार्टी में घमासान मचा है। पीसीसी अध्यक्ष के लिए प्रदेश में पार्टी की सरकार बनने के बाद से ही चर्चा चल रही हैं, जबकि राज्यसभा में जाने के लिए भी अभी तक हाईकमान की ओर से किसी तरह के संकेत नहीं आए हैं। वहीं, विधानसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव अभियान समिति का जिम्मा सौंपा गया था, लिहाजा सरकार बन जाने के बाद से उनके समर्थक अपने नेता को कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने की आस लगाए हुए हैं। सिंधिया ने हाल ही के चार दिन के प्रदेश के दौरे के एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात को भी प्रदेश के समीकरणों पर हाईकमान द्वारा तेजी से किए जा रहे विचार से जोड़ा गया।