ब्यावरा सोमवार 20 जनवरी 2020 . नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में रविवार को तिरंगा महारैली में प्रशासनिक अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों की झड़प के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीति शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर पर केस दर्ज करने की मांग की है। वहीं, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस पूरे घटनाक्रम को भाजपा की गुण्डागर्दी करार दिया है। भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल मामले की जांच के लिए आज ब्यावरा पहुंच गया है। दो घायलों को भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने 124 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन का केस दर्ज किया है। वहीं, डिप्टी कलेक्टर को लात मारने पर दो लोगों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा समेत मारपीट करने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। अब तक 17 भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। कस्बे में सुरक्षाबल तैनात किया गया है। धारा-144 का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है।
रविवार को रैली निकालने को लेकर विवाद हुआ था
दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में रविवार को दोपहर 1 बजे शहर में 10 संगठनों ने महारैली निकालने का ऐलान किया था। इसके लिए सुबह 11 बजे से ही पूर्व तय कार्यक्रम के अनुसार मां वैष्णोदेवी मंदिर परिसर में लोगों की भीड़ जमा होने लगी थी। वहां तैनात पुलिस कर्मियों ने इसकी जानकारी आला अधिकारियों को दी तो कलेक्टर मौके पर पहुंचीं। महारैली को रोकने खुद कलेक्टर ने भीड़ में लोगों को पकड़ पकड़कर थप्पड़ मारे। रैली को रोकने की कोशिश में कलेक्टर निधि निवेदिता ने राजगढ़ के पूर्व भाजपा विधायक अमरसिंह यादव की कॉलर पकड़कर खदेड़ा। उग्र भीड़ ने महिला डिप्टी कलेक्टर की चोटी पकड़कर कमर पर लात और घूंसे मारे। भीड़ को संभालने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें 3 नेता घायल हो गए।